WELECOME

WELECOME

बवासीर से दूर करने के लिए भी प्रकार के उपाय(Types of remedies to overcome piles)

बवासीर:-  

 एक ऐसा रोग है व्यक्ति को अंदर से कमजोर बना देता है यह बहुत ही कठिन होती है जब किसी भी व्यक्ति को बाबासीर जैसी बीमारी हो जाती है तो हम लोग इस बीमारी से निपटने के लिए विभिन्न प्रकार के एवं आजमाए हुए नुस्खे लेकर आए हैं जिससे आप लोग को सहायता प्रदान की जा सके और आप इस बीमारी को दूर भगा सकें|


1. अनार के पीसे छिलके के चूर्ण को सुबह-शाम 8 ग्राम की मात्रा में शादे पानी से सेवन करने पर खूनी बवासीर मैं लाभ होता है|

2.अनार के छिलकों का चूर्ण नागकेसर के साथ मिलाकर खाने से अर्श बवासीर कारक रक्त श्रवण बंद हो जाता है अनार के रस का सेवन करने से अर्श लाभ होता है|

3.इमली के वृक्ष की छाल चूर्ण कपड़े में छानकर गाय के माथे के साथ सुबह शाम खाने से बवासीर( मस्से) लाभ होता हैखूनी बाबासीर में रक्त गिरने पर करेले का रस शक्कर मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है|

4. 10 नीम की निंबोली, सेंधा नमक गुड या शक्कर मा कहां कितने किलोस्त्री के साथ ताजे पानी से सुबह-शाम सेवन करने से बाबा से रोग में लाभ होता है कम से कम 7 दिन सेवन करें|

5. जीरे को पीसकर लुगदी बनाकर बवासीर के मस्सों पर बांधने से रक्त स्रोव बंद हो जाता है और जलन भी दूर होती है|

6. एक चम्मच जीरा1/4 चम्मच काली मिर्च दोनों पीसकर और शहद शहद में मिलाकर एक चम्मच 3 बार प्रातकाल सेवन करने से बाबासीर दर्द पूर्ण से लाभ होता है|

7.जीरा सौंफ धनिया सब एक एक चम्मच एक गिलास पानी में उबालकर आधा पानी शेष रह जाए तो छानकर एक चम्मच देसी घी मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से बवासीर रक्त आना बंद हो जाता है गर्भवती स्त्री के रोग में यह अधिक लाभदायक है|

8.जीरा और मिश्री समान भाग पीसकर एक चुम्मा 3 बार ठंडे पानी से सेवन करने से तथा जीरा पानी में पीसकर गुदा पर पर लेप करने से बवासीर की सूजन और दर्द दूर हो जाता है|

9.जीरा और मिश्री समान भाग पीसकर एक चुम्मा 3 बार ठंडे पानी से सेवन करने से तथा जीरा पानी में पीसकर गुदा पर पर लेप करने से बवासीर की सूजन और दर्द दूर हो जाता है|

10. 4 चम्मद धनिया ढाई सौ ग्राम दूध में अरे यार उबालकर, छानकर पीसी मिस्त्री मिलाकर पीने या मिश्री मिलाकर धनिया रस पीने से खूनी बवासीर में लाभ होता है|

11. एक चम्मच सूखे आंवले का चूर्ण दिन में सुबह शाम छाछ या गाय के दूध के साथ सेवन करने से सूखी बाबासीर रोग में लाभ होता है|

12. इलायची के दाने जायफल केसर नागकेसर कपूर बांस शंख जीरा समान मात्रा में मिलाकर चूड़ी बनाकर 1 ग्राम चूर्ण में 1 ग्राम शहद 3 ग्राम घी और 10 ग्राम शक्कर मिलाकर सुबह-शाम 15 दिन तक सेवन करने से रक्त प्रदर या सूखी बवासीर रोग दूर हो जाती है

13. गर्म दूध में घी मिलाकर सेवन करने से दस्त और ढीला होता है यह प्रयोग और बवासीर में भी लाभदायक होता है|

14. एक एक चम्मच देसी घी तिल मिश्री मिलाकर प्रातः काल तीन बार सेवन करने से बाबासीर का रक्त स्रोव बंद हो जाता है|

15. छाछ में इंद्रजा का चूर्ण मिलाकर पीने से बवासीर रोग में लाभ होता है|

16. 250 ग्राम ताजे दूध में आधार नींबू निचोड़ कर पीने से खूनी बवासीर में लाभ होता है|

17. 4 अलग-अलग गायों का दूध लेकर इनमें आधा-आधा नींबू निचोड़ कर पीते रहने से दिनों कुछ दिनों में वादी बवासीर में लाभ होता है|

18. 50 ग्राम तिल 50 ग्राम पानी में भिगोकर आधा घंटा बाद पीसकर इसमें एक चम्मच मक्खन दूध किसी मिश्री मिलाकर सुबह शाम दो बार सेवन करने से सुखी बाबासीर रोग ठीक हो जाता है|

19. मेथी की कोमल पत्ती का साग बनाकर खाने से बाबासीर रोग दूर होता है|

20. 10 ग्राम प्याज के रस में शक्कर मिलाकर सेवन करने से सुखी बवासीर में लाभ होता है|

21. एक कप मूली के रस में एक चम्मच देसी घी मिलाकर और हिलाकर दिन में दो बार नाम पीते रहने से कुछ दिनों में बाजीगर बवासीर ठीक हो जाती है|

22. मूली के टुकड़े को घी में तलकर चीनी के साथ सेवन करने से और मूली काट कर उस पर शक्कर लगाकर 2 माह तक खाते रहने से कुछ दिनों में बावसी रोग दूर हो जाता है|

23. एक मूली को काटकर नमक लगाकर रात को ओस मैं रखकर प्रातः काल खाली पेट सेवन करें त्याग के बाद के पानी से गोदा मूवी या डाई सुखराम मूली के रस में 100 ग्राम देसी घी से बनी जलेबी 1 घंटे भिगोकर के पानी पीने से कुछ मैं बाबासीर रोग में लाभ होता है|

24. सौंफ जीरा धनिया एक एक चम्मच लेकर दो कप पानी में उबालकर आधा पानी शेष रह जाने पर छानकर एक चम्मच देसी घी मिलाकर सेवन करने से बवासीर रोग ठीक हो जाते हैं|

25. कलौंजी को जलाकर लगाने से बवासीर के मस्से ठीक हो जाते हैं|





एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Translate