WELECOME

WELECOME

adark अदरक ke fadey in hindi me|

अदरक  जुकाम के कारण सिरदर्द में सोंठ को गर्म पानी में पीसकर लेप करने सेलाभ होता है।
पिसी सौंठ को सूंघने से छीके आकार भी सिरदर्द में राहत मिलती है।
सोंठ और लहसुन की 1-1 गाँठ पानी के साथ पीसकर सुन्न हाथ-पैर पर लेप करने से लाभ होता है। प्रात: काल निराहार जरा-सी सोंठ और लहसुन की 2 कली प्रतिदिन 10 दिन तक सेवन करें। 


11 ग्राम पिसी सोंठ और जरा सी हींग और सेंधा नमक की फंकी गर्म पानी से सेवन करने पर पेट दर्द दूर होता है। - 1 चम्मच पिसी सोंठ और सेंधा नमक 1 गिलास पानी में गरम करके सेवन करने से कब्ज, पेट दर्द अपच दूर हो जाता है। अदरक को घी में तलकर खाने से दमा रोग में लाभ होता है।

12 ग्राम अदरक के टुकड़े करके 250 ग्राम पानी में दूध और शक्कर मिलाकर, उबालकर सेवन करने से खांसी और जुकाम दूर हो जाता है। 

घी में गुड़ डालकर गर्म करके एक रस हो जाने पर 12 ग्राम पिसी सौंठ मिलाकर खाली पेट प्रात:काल सेवन करने से खांसी-जुकाम दूर हो जाता है। -

 3 ग्राम सौंठ को दिन में एक बार पानी के साथ फाँकने से दाँत का दर्द, मसूढ़े फूलने पर लाभ होता है। सर्दी के कारण दाँत में दर्द होने पर अदरक पर नमक डालकर दांत के नीचे रखने से दर्द दूर होता है।

अदरक में छेद बनाकर चने के बराबर हींग भरकर कपड़े में लपेटकर सेंकने से लाभ होता है। इनको मटर के दाने जैसी गोलियां बनाकर दिन में 1-1 करके 8 गोलियां तक चूसने से स्वरभंग में लाभ होता है।

 अदरक का रस शहद में मिलाकर चूसते रहने से गले की बैठी आवाज़ खुल जाती है। आधा चम्मच अदरक का रस प्रत्येक आधा-आधा घंटे के बाद सेवन करने से खट्टी चीजें खाने से बैठा गला खुल जाता है। 

अदरक के रस को शहद 30-30 ग्राम हल्का गरम करके प्रतिदिन 3 बार 10 दिनों तक सेवन करने से दमा-खांसी में लाभ होता है।जुकाम, गला बैठना आदि में भी लाभकारी है। 

1 चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच घी मिलाकर सेवन करने से वात दर्द, कमर दर्द, जांघ और गृधसी दर्द में लाभ होता है। - अदरक को पीसकर गर्म करके चोट लगे स्थान पर लेप करके पट्टी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Translate